सोनभद्र में घूमने की जगहें: सोनभद्र, उत्तर प्रदेश का एक अनोखा जिला है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, शांत वातावरण के लिए जाने जाना वाला सोनभद्र प्राकृति, प्रेमियों इतिहास के शौकीन और रोमांच के दीवानों के लिए एक परफेक्ट जगह है अगर आप सोनभद्र में घूमने की जगहें तलाश कर रहे हैं तो सोनभद्र में अनेक ऐतिहासिक इमारतें, प्राचीन समय से चली आ रही गुफाओंको देखने का अवसर मिलेगा, सोनभद्र उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है सोनभद्र का नाम यहां से बहने वाली सोन नदी के ऊपर रखा गया है सोनभद्र को “भारत का ऊर्जा केंद्र “भी कहा जाता है क्योंकि यहां कई थर्मल और हाइड्रो पावर प्लांट स्थित है लेकिन सोनभद्र सिर्फ ऊर्जा का केंद्र नहीं बल्कि पर्यटकों के लिए एक अद्भुत जगह है
रिहंद बांध
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में स्थित रिहंद बांध जिसे “गोविंद बल्लभ पंत सागर” के नाम से भी जाना जाता है यह सोन नदी पर बसा हुआ है 1962 में निर्मित इस बाद का उद्देश्य सिंचाई बिजली उत्पादन और जल आपूर्ति करना था, सोनभद्र में घूमने की जगहें में यह सबसे खास है चारों ओर हरियाली और शांत वातावरण इसे आकर्षक पर्यटन स्थल बनाते हैं यहां का नीला पानी और खुला आसमान देखने के बाद आत्मा मंत्रमुक्त हो जाती है पर्यटक यहां वोटिंग का आनंद लेते हैं और सुंदर दृश्य को कमरे में कैद कर सकते हैं खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां का नजारा बहुत ही मन मोहक होता है अगर आप परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए जाना चाहते हैं आपके लिए बहुत अच्छी डेस्टिनेशन हो सकती है रिहंद बांध प्राकृतिक प्रेमियों और फोटोग्राफी की शौकीन के लिए एकआदर्श जगह है जहां पर आप समय बिता कर मानसिक शांति का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे
विंढम जलप्रपात
विंढम जलप्रपात सोनभद्र जिले की सबसे खूबसूरत जगह में एक जो अपनी प्रकृति सुंदरता के लिए जानी जाती है यह झरना घने जंगलों ऊंची ऊंची पहाड़ियों के बीच में स्थित है जहां गिरता हुआ पानी एक मनमोहक दृश्य बनता है और बारिश के मौसम में या झरना और भी ज्यादा आकर्षक हो जाता है जब पानी का प्रवाह तेज और कल कल की आवाज मन को सुकून देती है यहां का शांत और ठंडा माहौल हर किसी को ताजगी का एक नया एहसास देता है इस स्थान पर पिकनिक पर फोटोग्राफी के लिए भी बेहद लोकप्रिय यह जगह प्राकृतिक प्रेमियों और रोमांच से पसंद व्यक्तियों के लिए परफेक्ट जगह है जहां आप आएंगे ऐसा लगेगा किसी जन्नत में आ गए हैं
विजयगढ़ किला
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित पांचवीं शताब्दी में बना यह विजयगढ़ फोर्ट कलचुरी वंश के राजाओं द्वारा बनाया गया था। रॉबर्ट्सगंज लगभग 32 किलोमीटर दूर यह किला स्थित है 400 फीट ऊंचाई वाला या किला कैमूर पहाड़ियों की चट्टानों द्वारा चारों ओर से घिरा है। इसके किले में चार तालाब है जो पूरे साल पानी भरा रहता है नजदीक में दो कुंड है जिन्हें आपको देख लेना चाहिए, मीरा सागर और रामसागर के लिए से थोड़ी ही दूरी पर यह दोनों स्थित है इन दोनों के बीच एक खूबसूरत रंग महल पैलेस भी है। जहां आप पात्र हो पर की गई पेंटिंग्स को देख सकते हैं। सबसे आकर्षक चीज यहां की मूर्तियां है पत्थरों पर की गई पेंटिंग और लिखावट भी शामिल है अगर आप ऐतिहासिक चीजों में दिलचस्पी रखते हैं तो विजयगढ़ किला आपको जरूर जाना चाहिए।
मार्कुंडी की घाटी
दोस्तों मार्कुंडी की घाटी सोनभद्र जिले का एक अद्भुत स्थान है जहां के घुमावदार रास्ते और शानदार प्राकृति दृश्य के लिए प्रसिद्ध मार्कुंडी घाटी यहां की ऊंची नीची पहाड़ियां एकदम घने जंगल और नदियों के किनारे बने हुए पगडंडी रास्तों पर चलते हुए आप एक रोमांचक अनुभव करेंगे, घाटी ट्रैकिंग और एडवेंचर की शौकीनों के लिए परफेक्ट जगह है क्योंकि यहां के रास्ते थोड़े कठिन है लेकिन यात्रा का अनुभव बहुत ही रोमांचक होता है जब आप इन रास्तों पर चलते हैं तो हर मोड़ पर एक नए दृश्य सामने आते हैं जो मन को बहुत ही सुकून और खुशी देते हैं इस घाटी में तमाम तरह के हरे-भरे पेड़और ताजगी से भरी हवा शांतिपूर्ण वातावरण आपको प्रकृति के बहुत करीब ले जाता है यह अनुभव आपको जिंदगी के हर एक पल में याद आएगी
चुनार किला
चुनार किला सोनभद्र ही नहीं उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक स्थल है चुनार किला सोन नदी के किनारे स्थित है और इसकी दीवारों पर बहुत सारी ऐतिहासिक कहानी दबी पड़ी है चुनार किले का संबंध एक ग्रामीण शताब्दी से है लेकिन समय के साथ कई बार विभिन्न शासको द्वारा पुनर्निमित किया गया साथ इसका विस्तार भी किया गया सबसे प्रसिद्ध इसके संरक्षण में अकबर का योगदान था
चुनार किले के दीवारों पर बनी कसीद्र संरचनाओं इसे स्थापत्य कला की एक बेहतरीन उदाहरण बनती है इस किले से चारों ओर का दृश्य बहुत ही सुंदर और आकर्षक होता है जहां से आप सोन नदी के आसपास के इलाकों को देख सकते हैं इतिहास प्रेमियों और एडवेंचर की शौकीनों के लिए यह बहुत अच्छी जगह है जहां ऐतिहासिक महत्व के साथ ही प्रकृति का अद्भुत दृश्य भी देखने को मिलता है
सोनभद्र जाने के लिए सही समय
अगर आपने सोनभद्र घूमने का प्लान कर ही लिया है तो आपके लिए यह भी जाना जरूरी है कि सोनभद्रकब आना चाहिए ? तो जैसे सोनभद्र मैदानी राज्य का एक बहुत बड़ा हिस्सा है। इसलिए गर्मियों के मौसम में अगर आप यहां आना चाहते हैं तो यह बहुत ही थकान भरा हो सकता है सोनभद्र घूमने के लिए सबसे सही समय फरवरी मार्च महीने का होता है क्योंकि समय आपको तेज धूप और गर्मी की चिंता नहीं करनी होगी। इस समय आप आराम से इस प्राकृतिक जगह को एक्सप्लोर कर रहे होंगे और ठहरने के लिए आपको सोनभद्र में अलग-अलग बजट में अनेकों होटल गेस्ट हाउस मिल जाएंगे जो आपको 200 से ₹300 में रात बिताने का कमरा मिल जाएगा
उम्मीद कहते हैं इस Blog में आप सोनभद्र में घूमने की जगह के बारे में अच्छे से जाने होंगे और आपकी तमाम सवालों का उत्तर मिल भी गया होगा
Me bhi yha jana chahungii sir aaap chlenge hmare sath🐸✌🏻 @anuragwaa
Sir ye places to thikk hai lekin aapki website inni achi hai kii.. Yha se jaane kaa man hi nhi krta…, 🫠🤌
thanks you for your love and support
Pingback: Baliyadev Mandir Lambha: Lambha Temple timing - News Danadan